फुटनोट
d मूसा द्वारा दी गई नियम-व्यवस्था के मुताबिक जो आदमी एक कुआँरी लड़की को फुसलाकर उसे भ्रष्ट करता है, उसे उसी लड़की के साथ शादी करनी थी। (व्यवस्थाविवरण 22:28, 29) लेकिन हर मामले में ऐसा अपने-आप नहीं हो जाता था क्योंकि इस नियम के मुताबिक लड़की का पिता इस शादी से इनकार भी कर सकता था। (निर्गमन 22:16, 17) हालाँकि, आज मसीहियों पर व्यवस्था लागू नहीं होती, लेकिन इससे हमें यह समझने में मदद ज़रूर मिलती है कि शादी से पहले नाजायज़ संबंध रखना कितना बड़ा पाप है।—नवंबर 15, 1989 के प्रहरीदुर्ग (अँग्रेज़ी) में “पाठकों से प्रश्न” देखिए।