फुटनोट
b यह तब भी सच है, जब किसी बीमारी से या दुर्घटना में आपके भाई या बहन की मौत हो जाती है। आप चाहे उससे कितना ही प्यार क्यों न करते हों, फिर भी आप उसे उन बातों से पूरी तरह नहीं बचा सकते, जो “समय और संयोग के वश में” हैं।—सभोपदेशक 9:11.
b यह तब भी सच है, जब किसी बीमारी से या दुर्घटना में आपके भाई या बहन की मौत हो जाती है। आप चाहे उससे कितना ही प्यार क्यों न करते हों, फिर भी आप उसे उन बातों से पूरी तरह नहीं बचा सकते, जो “समय और संयोग के वश में” हैं।—सभोपदेशक 9:11.