फुटनोट
a कुछ विद्वानों के मुताबिक “यहोवा की डाली,” ये शब्द असल में मसीहा की ओर इशारा करते हैं, जिसे यरूशलेम के फिर से बसाए जाने के बाद ही प्रकट होना था। इब्रानी शास्त्र के अरामी भाषा के अनुवाद में, इन शब्दों का मतलब यूँ समझाया गया है: “यहोवा का [अभिषिक्त] मसीहा।” गौर करने लायक बात यह है कि बाद में यिर्मयाह ने भी मसीहा के बारे में बात करते वक्त इसी इब्रानी संज्ञा (सीमाख) का इस्तेमाल किया। उसने मसीहा को दाऊद के वंश से निकलनेवाली “एक धर्मी डाली” कहा।—यिर्मयाह 23:5; 33:15, NHT.