फुटनोट
b ऐसा लगता है कि आयत 4 से लेकर अध्याय के आखिर तक लेखक, यशायाह अपने ही बारे में बात कर रहा है। इन आयतों में वह जिन परीक्षाओं का ज़िक्र करता है, उनमें से कुछ से शायद वह भी गुज़रा हो। मगर, इस भविष्यवाणी का एक-एक शब्द सही मायनों में यीशु मसीह पर पूरा उतरता है।