फुटनोट
a कुछ समय बाद, “खोजा” शब्द दरबारियों के लिए भी इस्तेमाल होने लगा, जिनके बारे में यह नहीं कहा गया है कि उन्हें खोजा बनाने के लिए उनके लिंग काटे जाते थे। जिस कूशी आदमी को फिलिप्पुस ने बपतिस्मा दिया था, उसे भी शायद इसी अर्थ में खोजा कहा गया है। ऐसा इसलिए कहा जा सकता है क्योंकि वह पहले से ही यहूदी मतधारक बन चुका था और उसका बपतिस्मा, खतनारहित गैर-यहूदियों को मसीही बनने का मौका मिलने से पहले हुआ था।—प्रेरितों 8:27-39.