फुटनोट
b कनानियों के मंदिरों में लैंगिक कामों के लिए अलग कमरे बनाए जाते थे, मगर मूसा की कानून-व्यवस्था में साफ लिखा था कि जो इंसान अशुद्ध अवस्था में है, उसे मंदिर में पैर रखने की इजाज़त नहीं थी। लैंगिक संबंधों से स्त्री-पुरुष कुछ समय तक अशुद्ध हो जाते थे, इसलिए कोई भी यहोवा के भवन में उपासना के साथ किसी भी तरह के लैंगिक कामों को जायज़ नहीं ठहरा सकता था।