फुटनोट
b आदम और हव्वा छुड़ौती से फायदा नहीं पा सकते थे। मूसा की कानून-व्यवस्था में, जानबूझकर किसी का खून करनेवाले के बारे में यह सिद्धांत दिया गया था: “जो खूनी प्राणदण्ड के योग्य ठहरे उस से प्राणदण्ड के बदले में जुरमाना [या, छुड़ौती] न लेना।” (गिनती 35:31) ज़ाहिर है कि आदम और हव्वा मौत की सज़ा के लायक थे, क्योंकि उन्होंने जानबूझकर और अपनी मरज़ी से परमेश्वर की आज्ञा तोड़ी थी। ऐसा करके उन्होंने अनंत जीवन की अपनी आशा गँवा दी।