फुटनोट
b मिशना के मुताबिक, कुछ सालों बाद मंदिर में बिकनेवाले कबूतरों के दामों को लेकर आम लोगों ने विरोध किया। जवाब में, फौरन दामों को लगभग 99 प्रतिशत घटा दिया गया! तो सवाल यह है कि सोना उगलनेवाले इस व्यापार से सबसे ज़्यादा फायदा किसे होता था? कुछ इतिहासकारों का कहना है कि महायाजक हन्ना का घराना मंदिर के बाज़ारों का मालिक था। इस व्यापार ने हन्ना के याजकीय परिवार के पास दौलत के अंबार लगा दिए थे।—यूहन्ना 18:13.