वॉचटावर ऑनलाइन लाइब्रेरी
वॉचटावर
ऑनलाइन लाइब्रेरी
हिंदी
  • बाइबल
  • प्रकाशन
  • सभाएँ

फुटनोट

a उस दिन यीशु पर दो बार थूका गया, पहले धर्म-गुरुओं ने और फिर रोमी सैनिकों ने। (मत्ती 26:59-68; 27:27-30) इतनी ज़िल्लत सहने पर भी उसने किसी पर कोई दोष नहीं लगाया। और इस तरह भविष्यवाणी के ये शब्द पूरे किए: “अपमानित होने और उनके थूकने से मैं ने मुंह न छिपाया।”—यशायाह 50:6.

हिंदी साहित्य (1972-2025)
लॉग-आउट
लॉग-इन
  • हिंदी
  • दूसरों को भेजें
  • पसंदीदा सेटिंग्स
  • Copyright © 2025 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania
  • इस्तेमाल की शर्तें
  • गोपनीयता नीति
  • गोपनीयता सेटिंग्स
  • JW.ORG
  • लॉग-इन
दूसरों को भेजें