वॉचटावर ऑनलाइन लाइब्रेरी
वॉचटावर
ऑनलाइन लाइब्रेरी
हिंदी
  • बाइबल
  • प्रकाशन
  • सभाएँ

फुटनोट

c कुछ बाइबलों में इस आयत का अनुवाद इस तरह किया गया है कि सिर्फ माँ की मौत होने पर ही चोट पहुँचानेवाले को मौत की सज़ा दी जाए। मगर बाइबल के शब्दों का अध्ययन करनेवाले कहते हैं कि इब्रानी पाठ में यह आयत जिस तरह से लिखी गयी है उससे “यह मतलब निकलना नामुमकिन है कि इसमें सिर्फ औरत को चोट लगने पर सज़ा देने की बात कही गयी है।” यह भी गौर कीजिए कि इस आयत के मुताबिक गर्भवती औरत को चोट पहुँचानेवाले की सज़ा इस बात से तय नहीं होती थी कि गर्भ कितने महीने का था। अगर जान ली गयी, तो बदले में जान देनी पड़ती थी।

हिंदी साहित्य (1972-2025)
लॉग-आउट
लॉग-इन
  • हिंदी
  • दूसरों को भेजें
  • पसंदीदा सेटिंग्स
  • Copyright © 2025 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania
  • इस्तेमाल की शर्तें
  • गोपनीयता नीति
  • गोपनीयता सेटिंग्स
  • JW.ORG
  • लॉग-इन
दूसरों को भेजें