फुटनोट
f यह इंतज़ाम उन भाई-बहनों की ज़रूरतें पूरी करने के लिए था, जो दूर के देशों से आए थे और ज़्यादा सीखने के लिए यरूशलेम में ही रुक गए थे। यह इंतज़ाम सिर्फ कुछ समय के लिए ही किया गया था। जिन मसीहियों ने दान दिया उन्होंने अपनी मरज़ी से और खुशी-खुशी ऐसा किया। इसका यह मतलब नहीं था कि वे साम्यवादी विचारों को मानते थे, जिसके मुताबिक सबकी संपत्ति पर सबका बराबर हक माना जाता है।—प्रेषि. 5:1-4.