फुटनोट
a इनमें से कुछ आदमी “आज़ाद लोगों के सभा-घर” से थे। ये शायद वे यहूदी थे जो पहले रोमियों के गुलाम थे मगर बाद में उन्हें आज़ाद कर दिया गया था। या शायद वे ऐसे लोग थे जो पहले गुलाम थे मगर आज़ाद होने के बाद उन्होंने यहूदी धर्म अपना लिया था। इनमें से कुछ लोग किलिकिया के इलाके से थे जहाँ से तरसुस का रहनेवाला शाऊल भी था। ब्यौरा यह नहीं बताता कि शाऊल भी किलिकिया के उन विरोधियों में शामिल था या नहीं, जो स्तिफनुस के सामने टिक नहीं पाए।