फुटनोट
b जिन्हें काम सौंपा गया (अँग्रेज़ी) पुस्तिका में यह समझाया गया: “स्वर्ण युग अभियान, घर-घर जाकर राज का समाचार सुनाने का अभियान है। . . . हर घर में समाचार सुनाने के अतिरिक्त स्वर्ग युग की एक प्रति दी जानी चाहिए, फिर चाहे घर के लोग अभिदान करें या न करें।” इसके बाद कई सालों तक भाइयों को बढ़ावा दिया गया कि वे प्रचार में स्वर्ण युग और प्रहरीदुर्ग का अभिदान करने की पेशकश करें। मगर 1 फरवरी, 1940 से यहोवा के लोगों को बढ़ावा दिया गया कि वे प्रचार में इन पत्रिकाओं की अलग-अलग कॉपियाँ भी बाँटें और जितनी कॉपियाँ उन्होंने बाँटी हैं उसकी गिनती प्रचार की रिपोर्ट में लिखें।