फुटनोट
b उस शपथ में यह मनाही की गयी थी कि अगर एक आदमी और औरत पति-पत्नी नहीं हैं या नज़दीकी रिश्तेदार नहीं हैं, तो वे किसी कमरे में अकेले नहीं रह सकते। अगर वे होते हैं तो उन्हें दरवाज़ा पूरी तरह खुला रखना चाहिए। कुछ साल तक बेथेल में हर दिन ‘सुबह की उपासना’ कार्यक्रम में यह शपथ सुनायी जाती थी।