फुटनोट
b यह इलज़ाम 1606 में जारी हुए एक कानून के आधार पर लगाया गया था। उस कानून के मुताबिक अगर किसी व्यक्ति की बातों के बारे में न्याय करनेवाली समिति (जूरी) को लगे कि उनसे सरकार के खिलाफ नफरत भड़क सकती है, फिर चाहे उसकी बातें सच ही क्यों न हों, तो समिति उस व्यक्ति को दोषी करार दे सकती है।