फुटनोट
b शब्द “क्रोध” से पता चलता है कि यहोवा इस बात को बहुत गंभीरता से लेता है कि उसके लोग उसके वफादार रहें। अगर एक औरत अपने पति से बेवफाई करे, तो लाज़िमी है कि पति क्रोध से भर जाएगा। (नीति. 6:34) उसी तरह यहोवा ने जिन लोगों के साथ करार किया था, उन्होंने जब मूर्तियों या प्रतीकों की पूजा करके यहोवा से विश्वासघात किया, तो उसका क्रोध भड़क उठा। बाइबल पर जानकारी देनेवाली एक किताब के मुताबिक ‘परमेश्वर को इसलिए क्रोध आता है क्योंकि वह पवित्र है। सिर्फ वही पवित्र परमेश्वर है, इसलिए उससे यह बरदाश्त नहीं होता कि परमेश्वर का दर्जा किसी और को दिया जाए।’—निर्ग. 34:14.