फुटनोट
a नवंबर १, १९०३ के दिन, पिट्सबर्ग, पेन्नसिल्वेनिया, यू.एस.ए. में, कार्नेगी हॉल में आयोजित चार्लस् टी. रस्सेल और डॉ. ई.एल. इटन के बीच एक वाद-विवाद श्रृंखला के आख़री वाद-विवाद के पश्चात्, वहाँ उपस्थित एक पादरी ने भाई रस्सेल की जीत यह कहकर स्वीकार की: “मैं यह देखकर खुश हूँ कि तुमने नरक पर पानी का ज़ोरदार फुहारा सतत मारकर उसकी आग बुझाई है।”