फुटनोट
a इसी सन्दर्भ में, भजनकार परमेश्वर द्वारा किसी भी हस्तक्षेप से पहले, उस समय विद्यमान स्थिति के बारे में इस तरह लिखता है: “और उस [परमेश्वर] को स्मरण हुआ कि ये [इस्राएली] नाशमान हैं, कि आत्मा [या परमेश्वर से आनेवाली प्राण शक्ति] चली जाती है और लौट नहीं आती।”—भजन संहिता ७८:३९.