फुटनोट
b “उसके विस्तृत रूप में यह सिद्धांत इस प्रकार व्यक्त किया जा सकता है: ‘अविश्वासियों के साथ कोई नाता न जोड़ना, चाहे वह अस्थायी हो या स्थायी, जिस से कि मसीही मानकों में समझौता करना पड़े या जो मसीही गवाही की सुसंगति ख़तरे में डाल दे। और ऐसा विभाजन किस लिए? इसलिए कि अविश्वासी मसीही मानकों, समवेदनाओं, या लक्ष्यों में भागी नहीं होता।’”—दी एक्सपॉज़िटर्स बाइबल कॉम्मेंटरी, खण्ड १०, पृष्ठ ३५९.