फुटनोट
b अगस्त १५, १९३४ के द वॉचटावर ने दूसरी भेड़ों के उत्तरदायित्व का भी हवाला दिया और पृष्ठ २४९, परिच्छेद ३१ में कहा: “यहोनादाब वर्ग के लोग उन में से हैं जो सच्चाई के संदेश को ‘सुनते’ हैं और जिन्हें अपने सुननेवालों से कहना है: ‘आ!,’ और सुननेवाला भी कहे, कि आ; और जो प्यासा हो, वह आए, और जो कोई चाहे वह जीवन का जल सेंतमेंत ले।’ (प्रकाशितवाक्य २२:१७) यहोनादाब वर्ग के लोगों को उन लोगों के साथ-साथ जाना है जो प्रतीकात्मक येहू दल के हैं, अर्थात, अभिषिक्त जन, और जब कि वे अभिषिक्त यहोवा के गवाह नहीं है, राज्य के संदेश की घोषणा उन्हें करनी है।”