फुटनोट
a सुसमाचार वृत्तान्तों में ७० से अधिक स्थान हैं जहाँ वह अनोखी अभिव्यक्ति अभिलिखित है जिसे यीशु ने अपने शब्दों की सच्चाई पर ज़ोर देने के लिए इस्तेमाल किया। एक वाक्य की शुरूआत करने के लिए वह अकसर “आमीन” (“सच,” OHV) कहता। इससे मेल खानेवाले इब्रानी शब्द का अर्थ था “निश्चित, सच।” द न्यू इंटरनैशनल डिक्शनरी ऑफ़ न्यू टॆस्टामेंट थियॉलॉजी (अंग्रेज़ी) कहता है: “अपने शब्दों को आमीन से शुरूआत करने के द्वारा यीशु ने उन पर निश्चित और विश्वसनीय होने की छाप लगाई। उसने अपने शब्दों को स्वयं माना और उन्हें अपने और अपने सुननेवालों पर बाध्यकारी किया। वे उसके प्रभुत्व और अधिकार की अभिव्यक्ति हैं।”