फुटनोट
a वर्ष १८९५ में परिभाषित किए गए, मूलतत्त्ववाद के तथाकथित पाँच मुद्दे थे “(१) शास्त्र की सम्पूर्ण उत्प्रेरणा और त्रुटिहीनता; (२) यीशु मसीह का देवत्व; (३) मसीह का कुँवारी से जन्म; (४) क्रूस पर मसीह का प्रतिस्थापन का प्रायश्चित; (५) शारीरिक पुनरुत्थान और पृथ्वी पर मसीह का व्यक्तिगत और शारीरिक दूसरा आगमन।”—स्तूदी दी तेओलेज़ीआ (धर्मविज्ञान के अध्ययन)।