फुटनोट
c सन् १२६७ में नाख़्मानदीज़ आज इस्राएल के नाम से जाने जानेवाले देश में पहुँचा। उसके जीवन के आख़िरी वर्षों में उसने बहुत कुछ निष्पन्न किया। उसने यरूशलेम में एक यहूदी समुदाय और एक अध्ययन केंद्र स्थापित किया। उसने तोराह, बाइबल की पहली पाँच पुस्तकों पर एक व्याख्या भी पूरी की और उत्तरी तटवर्ती शहर, आकर के यहूदी समुदाय का आध्यात्मिक मुखिया बना और वहीं सन् १२७० में उसकी मृत्यु हुई।