फुटनोट
a जोसीफस बताता है कि आक्रमणकारी रोमियों ने शहर को घेर लिया, दीवार के एक हिस्से को उखाड़ा, और यहोवा के मंदिर के फाटक में आग लगाने ही वाले थे। इससे अंदर फँसे हुए यहूदियों में भयानक डर छा गया, क्योंकि उन्हें अपनी नज़रों के सामने अपनी मौत दिख रही थी।—वॉर्स ऑफ़ द ज्यूज़, बुक II, अध्याय १९.