b ज़ाहिर है कि यीशु के दिनों की कुछ सरायों में केवल रहने की जगह ही नहीं बल्कि खाना और दूसरी सेवाएँ भी मौजूद थीं। शायद इस प्रकार की रहने की जगहें यीशु के मन में थीं, क्योंकि लूका २:७ में “सराय” अनुवादित यूनानी शब्द यीशु द्वारा इस्तेमाल किए गए शब्द से अलग है।