फुटनोट
a यह ज़रूरी नहीं कि बाइबल में बतायी गयी कहानियाँ और दूसरे दृष्टांत असल में हुए हों। इसके अलावा, क्योंकि इन कहानियों का मकसद एक सबक सिखाना है, इसलिए इसमें बतायी हर बात का दोहरा अर्थ लगाने की कोई ज़रूरत नहीं है।
a यह ज़रूरी नहीं कि बाइबल में बतायी गयी कहानियाँ और दूसरे दृष्टांत असल में हुए हों। इसके अलावा, क्योंकि इन कहानियों का मकसद एक सबक सिखाना है, इसलिए इसमें बतायी हर बात का दोहरा अर्थ लगाने की कोई ज़रूरत नहीं है।