फुटनोट
a हालाँकि ऐसा लगता है कि कुरिन्थी कलीसिया में उस पापी मनुष्य को जल्द ही बहाल कर दिया गया था, फिर भी सभी बहिष्कृत लोगों को जल्दी बहाल करने के लिए इस मामले को एक आधार की तरह इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। हर मामला अलग होता है। कुछ पाप करनेवाले निकाले जाने के तुरंत बाद सच्चा पछतावा ज़ाहिर करने लगते हैं। दूसरे लोग शायद पछतावा दिखाने में कुछ देर लगाएँ। लेकिन, सभी मामलों में जो लोग बहाल किए जाते हैं उनके लिए परमेश्वर-भक्ति का शोक दिखाना ज़रूरी है और यह उनके कामों से नज़र आना चाहिए।—प्रेरितों २६:२०; २ कुरिन्थियों ७:११.