फुटनोट a शब्द “पृथ्वी की नेव” शायद उन भौतिक शक्तियों की ओर संकेत करते हैं जो पृथ्वी और दूसरे आकाशीय पिंडों को उनकी अपनी-अपनी जगह पर बनाए रखती हैं। इसके अलावा, पृथ्वी का निर्माण इस तरीके से किया गया है कि वह कभी न “डगमगाए,” या कभी नष्ट न हो।—भजन १०४:५.