फुटनोट
a “ऑपरेशन करके [शुक्रवाहिका] को जोड़ने की कोशिशों में कम-से-कम ४० प्रतिशत सफलता मिली है और इसके कुछ प्रमाण हैं कि माइक्रोसर्जरी की बेहतर तकनीकों का इस्तेमाल करके और ज़्यादा सफलता मिल सकती है। तो भी, वैसॆक्टमी के द्वारा की गयी नसबंदी को स्थायी समझा जाना चाहिए।” (एनसाइक्लोपीडिया ब्रिटानिका) “ऑपरेशन को स्थायी प्रक्रिया समझा जाना चाहिए। इसे बेअसर बनाने के बारे में मरीज़ ने चाहे कुछ भी क्यों न सुना हो, दोबारा ऑपरेशन करके नलियों को जोड़ना महँगा पड़ता है और सफलता की गारंटी नहीं दी जा सकती। जो स्त्रियाँ ट्यूबेक्टमी को बेअसर करवाती हैं उनके लिए गर्भाशय के बाहर गर्भधारण करने का जोखिम ज़्यादा रहता है।”—कंटॆम्परॆरी ऑब/गाइन, जून १९९८.