फुटनोट
b नवंबर 16, 2000 को संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक आज़ादी आयोग की एक सभा आयोजित की गयी। उसमें भाग लेनेवाले एक शख्स ने यहोवा के साक्षियों के काम और उन लोगों के काम में फर्क बताया जो ज़बरदस्ती धर्म-परिवर्तन कराते हैं। यह बताया गया था कि प्रचार में जब लोग यहोवा के साक्षियों से कहते हैं: “मुझे दिलचस्पी नहीं है” और दरवाज़ा बंद कर लेते हैं, तो साक्षी उन्हें ज़बरदस्ती संदेश नहीं सुनाते।