फुटनोट
a लौंडियाँ रखने का चलन, व्यवस्था-वाचा से पहले मौजूद था। बाद में, इसे व्यवस्था में भी मंज़ूरी दी गयी थी और इस बारे में कानून भी दिए गए थे। परमेश्वर ने अदन के बगीचे में पहले पुरुष और पहली स्त्री का एक ही जीवन-साथी होने का स्तर ठहराया था। मगर, इस्राएल जाति के मामले में परमेश्वर ने इस स्तर को जारी रखना ठीक नहीं समझा और उनमें यह रिवाज़ यीशु मसीह के पृथ्वी पर आने के समय तक चलता रहा। लेकिन, इन लौंडियों की रक्षा के लिए कानून थे। लौंडियाँ होने से, इस्राएल की जनसंख्या तेज़ी से बढ़ सकी।