फुटनोट
c इस पूरे दस्तावेज़ के लिए 1974 इयरबुक ऑफ जिहोवाज़ विटनेसिस के पेज 208-9 देखिए। मौत के सफर से ज़िंदा बचे एक मसीही की कहानी, उसी की ज़ुबानी जनवरी 1, 1998 की प्रहरीदुर्ग के पेज 25-9 पर दी गयी है।
c इस पूरे दस्तावेज़ के लिए 1974 इयरबुक ऑफ जिहोवाज़ विटनेसिस के पेज 208-9 देखिए। मौत के सफर से ज़िंदा बचे एक मसीही की कहानी, उसी की ज़ुबानी जनवरी 1, 1998 की प्रहरीदुर्ग के पेज 25-9 पर दी गयी है।