फुटनोट
c नेब्रीहा को स्पेन के खुले विचारोंवाले विद्वानों का अगुवा माना जाता है। सन् 1492 में उसने पहली ग्रामाटीका कास्टल्याना (कैसटीलियन भाषा की व्याकरण) प्रकाशित की। इसके तीन साल बाद उसने फैसला किया कि वह अपनी बाकी की ज़िंदगी, पवित्र शास्त्र के अध्ययन में बिताएगा।