फुटनोट
a जून 15, 1978 (अँग्रेज़ी) और अक्टूबर 1, 1994 की प्रहरीदुर्ग में “पाठकों के प्रश्न” देखिए। दवाइयाँ बनानेवाली कंपनियों ने लेबोरेटरी में अब कुछ ऐसी दवाएँ तैयार की हैं जो खून के तत्त्वों और अंशों से नहीं निकाली गयीं और पहले मरीज़ को खून के जो अंश दिए जाते थे, उनके बजाय ये दवाइयाँ दी जा सकती हैं।