फुटनोट
b कर्मेल पर्वत आम तौर हरा-भरा होता था, क्योंकि भूमध्य सागर से नम हवा पर्वत की ढलान पर बहती थी। इस वजह से पर्वत पर काफी ओस पड़ती थी और अकसर बारिश भी होती थी। बाल देवता को बारिश का श्रेय दिया जाता था, इसलिए ज़ाहिर है कि यह पर्वत बाल की उपासना की बहुत ही खास जगह रही होगी। मगर सूखे की वजह से यह पर्वत बंजर हो चुका था। इसलिए इस बात का परदाफाश करने के लिए कि बाल की उपासना एक ढकोसला है, यह पर्वत बहुत ही बढ़िया जगह थी।