फुटनोट
b हालाँकि पहली सदी के यहूदी यह मानते थे कि इब्राहीम के खानदान से होने के नाते वे परमेश्वर की नज़रों में खास हैं, मगर मसीहा के बारे में उनका मानना था कि वह कोई समूह नहीं बल्कि एक इंसान होगा।—यूह. 1:25; 7:41, 42; 8:39-41.
b हालाँकि पहली सदी के यहूदी यह मानते थे कि इब्राहीम के खानदान से होने के नाते वे परमेश्वर की नज़रों में खास हैं, मगर मसीहा के बारे में उनका मानना था कि वह कोई समूह नहीं बल्कि एक इंसान होगा।—यूह. 1:25; 7:41, 42; 8:39-41.