फुटनोट
a मूसा ने सचमुच में परमेश्वर को नहीं देखा, क्योंकि कोई भी इंसान परमेश्वर को देखकर ज़िंदा नहीं रह सकता। (निर्गमन 33:20) दरअसल, यहोवा ने मूसा को एक दर्शन दिया जिसमें उसने अपनी महिमा की झलक दी और एक स्वर्गदूत के ज़रिए उससे बातचीत की।
a मूसा ने सचमुच में परमेश्वर को नहीं देखा, क्योंकि कोई भी इंसान परमेश्वर को देखकर ज़िंदा नहीं रह सकता। (निर्गमन 33:20) दरअसल, यहोवा ने मूसा को एक दर्शन दिया जिसमें उसने अपनी महिमा की झलक दी और एक स्वर्गदूत के ज़रिए उससे बातचीत की।