फुटनोट
b 1 सितंबर, 1993 की प्रहरीदुर्ग के पेज 31 पर एक बहन का अनुभव दिया गया है जो पहले बहुत शर्मीली थी मगर बाद में बड़े जोश के साथ प्रचार करने लगी।
b 1 सितंबर, 1993 की प्रहरीदुर्ग के पेज 31 पर एक बहन का अनुभव दिया गया है जो पहले बहुत शर्मीली थी मगर बाद में बड़े जोश के साथ प्रचार करने लगी।