फुटनोट
b हालाँकि अठारहवीं सदी से ब्रिटेन साम्राज्य और अमरीका दोनों वजूद में थे, लेकिन यूहन्ना के दर्शन के मुताबिक प्रभु के दिन के शुरू होने पर ही उन्हें विश्व शक्ति के तौर पर प्रकट होना था। दरअसल, प्रकाशितवाक्य में दर्ज़ दर्शन “प्रभु के दिन” में ही पूरे होने थे। (प्रका. 1:10) पहले विश्व युद्ध के दौरान ही, सातवाँ सिर यानी ब्रिटेन और अमरीका विश्व शक्ति के तौर पर मिलकर काम करने लगे।