फुटनोट a इस वाकये में बार-बार ज़िक्र किया गया है कि स्त्रियाँ भी शाऊल के ज़ुल्म की शिकार हुईं। यह दिखाता है कि आज की तरह पहली सदी में भी स्त्रियों का मसीहियत को फैलाने में बड़ा योगदान रहा है।—भज. 68:11.