फुटनोट
b जिन लोगों के मन में खुदकुशी करने का खयाल आता है, उनकी मदद करने के लिए सजग होइए! के लेख देखिए: “आखिर किस लिए जीऊँ?—जीने की तीन वजह” (जुलाई-सितंबर 2014) और “जब न हो जीने की आस” (अप्रैल-जून 2012)।
b जिन लोगों के मन में खुदकुशी करने का खयाल आता है, उनकी मदद करने के लिए सजग होइए! के लेख देखिए: “आखिर किस लिए जीऊँ?—जीने की तीन वजह” (जुलाई-सितंबर 2014) और “जब न हो जीने की आस” (अप्रैल-जून 2012)।