फुटनोट
a यह लेख उस शृंखला का पहला लेख है, जिसमें चर्चा की जाएगी कि हम क्यों यकीन कर सकते हैं कि यहोवा को हमारी परवाह है। शृंखला के बाकी तीन लेख मई 2019 की प्रहरीदुर्ग में आएँगे। उन लेखों के शीर्षक हैं, “मसीही मंडली में प्यार और न्याय की अहमियत,” “दुष्ट दुनिया में प्यार और न्याय की अहमियत” और “दुर्व्यवहार के शिकार लोगों को कैसे दिलासा दें?”