फुटनोट
a हम ऐसी दुनिया में जी रहे हैं जिसे झूठ का पिता, शैतान चला रहा है। इस वजह से हमारे लिए सच्चाई की राह पर चलना आसान नहीं है। पहली सदी के आखिर में जीनेवाले मसीहियों के लिए भी यह आसान नहीं था। उनकी हिम्मत बँधाने के लिए यहोवा ने प्रेषित यूहन्ना से तीन चिट्ठियाँ लिखवायीं। इन चिट्ठियों से आज हमें भी बहुत हिम्मत मिल सकती है। इनमें बताया गया है कि सच्चाई की राह में कौन-सी रुकावटें आ सकती हैं और हम इन्हें कैसे पार कर सकते हैं।