फुटनोट
c बाइबल पर टिप्पणी करनेवाली एक किताब कहती है, ‘गुरु के पैरों के पास सिर्फ शिष्य बैठकर सुनते थे ताकि वे खुद आगे चलकर गुरु बन सकें। लेकिन एक शिक्षक बनने का सम्मान स्त्रियों को नहीं दिया जाता था। अगर यहूदी आदमियों ने देखा होगा कि मरियम कैसे यीशु के पैरों के पास बैठी है और बड़ी उत्सुकता से उसकी शिक्षाएँ सुन रही है, तो वे चौंक गए होंगे।’