फुटनोट
a अकसर जब लोग अध्ययन करने के लिए तैयार हो जाते हैं, तो हमें खुशी होती है। लेकिन जब वे मना कर देते हैं, तो हमें दुख होता है। कई बार अध्ययन तो शुरू हो जाता है, लेकिन विद्यार्थी खुद में कोई बदलाव नहीं करता। कई बार हम बहुत-से अध्ययन चलाते हैं, लेकिन एक भी विद्यार्थी बपतिस्मा नहीं लेता। क्या इसका यह मतलब है कि हम अपनी प्रचार सेवा में नाकाम हो गए हैं? इस लेख में हम सीखेंगे कि हम इन सबके बावजूद कामयाब हो सकते हैं और खुश रह सकते हैं।