फुटनोट
b पहले हम मानते थे कि जब तक निर्दोष पत्नी ज़िंदा है और वह दूसरी शादी नहीं करती या किसी के साथ नाजायज़ यौन-संबंध नहीं रखती, तब तक पति की दूसरी शादी को व्यभिचारी विवाह माना जाएगा। पर अब हमारी समझ बदल गयी है।
b पहले हम मानते थे कि जब तक निर्दोष पत्नी ज़िंदा है और वह दूसरी शादी नहीं करती या किसी के साथ नाजायज़ यौन-संबंध नहीं रखती, तब तक पति की दूसरी शादी को व्यभिचारी विवाह माना जाएगा। पर अब हमारी समझ बदल गयी है।