फुटनोट
a कई बाइबलों में यूहन्ना 5:28,29 में लिखा है कि कुछ लोगों का ‘ज़िंदा किया जाना जीवन पाने के लिए’ होगा और कुछ का ‘सज़ा पाने के लिए।’ यहाँ जिस शब्द का अनुवाद “सज़ा” किया गया है, उसका मतलब “न्याय” भी हो सकता है। इस लेख में हम चर्चा करेंगे कि यूहन्ना 5:28, 29 में लिखे यीशु के शब्दों का क्या मतलब था। हम जानेंगे कि इस बारे में पहले जो हमारी समझ थी, उसमें क्या फेरबदल हुआ है। हम यह भी जानेंगे कि किनका ज़िंदा किया जाना जीवन पाने के लिए होगा और किनका न्याय पाने के लिए।