फुटनोट
a हम सब अपरिपूर्ण हैं, इसलिए कई बार हमें दूसरों की आज्ञा मानना मुश्किल लगता है, कभी-कभी तो यह जानते हुए भी कि जो हमें आज्ञा दे रहे हैं, उन्हें ऐसा करने का हक है। इस लेख में समझाया जाएगा कि जब हम अपने माता-पिता की, “ऊँचे अधिकारियों” की और मसीही मंडली में अगुवाई लेनेवाले भाइयों की बात मानते हैं, तो हमें कौन-से फायदे होते हैं।