फुटनोट
b इस आयत में पौलुस ने जब “तुम लोगों” कहा, तो शायद वह उस मंडली के भाई-बहनों की प्रार्थनाओं की बात कर रहा था, जो मंडली फिलेमोन के घर पर मिलती थी। उसकी बातों से लगता है कि उसका मानना था कि इस तरह की प्रार्थनाओं का काफी अच्छा नतीजा निकल सकता है, उसे रोम में कैद से रिहा किया जा सकता है। पौलुस मानो कह रहा था कि वफादार मसीहियों की प्रार्थनाओं की वजह से यहोवा शायद जल्दी कोई कदम उठाए या कुछ ऐसा करे जो शायद उसने ना करने की सोची हो।—इब्रा. 13:19.