फुटनोट
d उदाहरण के लिए, इनसाइक्लोपीडिया जुडाइका बताती है कि कबालाह पंथ के लोग तोरा के बारे में क्या कहते हैं: “तोरा की किसी भी बात का कोई एक मतलब नहीं है, बल्कि इसमें दी बातों के एक-से-ज़्यादा मतलब हो सकते हैं। इसमें दी बातों को अलग-अलग नज़रिए से देखा जा सकता है और हर एक का मतलब भी अलग हो सकता है।”—दूसरा संस्करण, खंड 11, पेज 659.